है गर शक्ति तो उत्थान करो कोई भूखा मिले तो दान करो कोई करे बैर तुम प्रेम करो कड़वाहट का निदान करो कोई दोस्त मिले पहचान करो कोई दुश्मन मिले एहसान करो अपनो पे विश्वास करो पराए संग दो पल साथ जियो परीक्षा है थोड़ा धैर्य रखो चलो सबको माफ करो अपना दिल तो साफ रखो चालाकी का सच में जोड़ नहीं पर अच्छाई का कोई मोल नहीं
There is something in everything and everything in something.