इस जहां की बात ही कुछ और है
शायद ही कुछ लोग यहाँ जी भर के जीते हैं
लोगों का हुजूम यहाँ मर-मर के जीता है
कुछ पाने में सब खोता है
जो पाता है वो रोता है
है कौन सा पल जिसमें
आदमी चैन से सोता है?
इस जहां की बात ही कुछ और है
शायद ही कुछ लोग यहाँ जी भर के जीते हैं
लोगों का हुजूम यहाँ मर-मर के जीता है
कोई शोहरत के बाग लगाता है
कोई पैसे की सेज पे सोता है
कोई पत्थर पर नाम उकेरता है
जीवन के मर्म को जाने बिना
हर-कोई भागे जाता है
इस जहां की बात ही कुछ और है
शायद ही कुछ लोग यहाँ जी भर के जीते हैं
लोगों का हुजूम यहाँ मर-मर के जीता है
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