कुछ कहानी तुमसे है, कुछ कहानी हमसे है।
कुछ अधूरापन सा तुममें है, कुछ बैरन सा हममें है।
कुछ तो बात तेरे होने में है, कुछ तो बात मेरे होने से है।
ये जज़्बात जो तुममे जिंदा है, ये एहसास जो हममें जिंदा है।
लब्जों के सिहरन से दूर, आओ मिलकर कुछ बातें करें।
कुछ अधूरापन सा तुममें है, कुछ बैरन सा हममें है।
कुछ तो बात तेरे होने में है, कुछ तो बात मेरे होने से है।
ये जज़्बात जो तुममे जिंदा है, ये एहसास जो हममें जिंदा है।
लब्जों के सिहरन से दूर, आओ मिलकर कुछ बातें करें।
Comments
Post a Comment